अर्जुन सिंह (डाला/सोनभद्र)
स्थानीयों ने दीवारों पर विरोध में लिखवाया “हैवी ब्लास्टिंग व प्रदूषण से हम सभी परेशान
● प्रदूषण के कारण हो रही मौत
● हैवी ब्लास्टिंग से घरों की दीवारें फटी
● खनन व्यवसाइयों ने अपने एग्रीमेंट में लिखित दिया है कि जान माल के नुकसान की जिम्मेदारी हमारी
● प्रशासन सुनने को तैयार नहीं
डाला/सोनभद्र – बिल्लीमारकुंडी खनन क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण व हैवी ब्लास्टिंग से जन जीवन त्रस्त होने से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही होने के कारण स्थानीय निवासियों ने विरोध करने का तरीका बदल दिया। वही जनता के बिगड़ते रुख को देख खनन व्यवसाइयों के कान खड़े हो गए। बिल्ली मारकुंडी स्थित खनन क्षेत्र में अक्सर मानक के विपरीत हैवी ब्लास्टिंग करना जिससे सैकड़ो मकानों की दीवारें फट चुकी है। जिसको लेकर स्थानीयों ने कमर कसना शुरु कर दिया। प्रदूषण ने ऐसा घर कर लिया कि जीना दुष्वार हो गया। लोग बीमार होने लगे तो कई लोग के परिजन प्रदूषण से ग्रसित होने के कारण मौत को भी गले लगा लिया।
बिल्ली मारकुंडी के बाड़ी निवासी प्रभाकर ने बताया कि हमारे घर की दीवार फट गई। जिनके कारण हम लोगों ने अपने घर की दीवारों पर लिखवाना सुरु कर दिया कि *हैवी ब्लास्टिंग व प्रदूषण से हम सभी परेशान* जिससे खनन व्यवसाइयों ने सड़क व संपर्क मार्ग पर पानी छिड़कना सुरु कर दिया। हमारे परिवार मे माँ, पिता, भाई सभी बीमार हो गए। इसी बीच बीमारी के कारण माता का देहांत भी हो गया। लेकिन प्रशासन सुनने को तैयार नही है। एक कहावत है *कौन सुनेगा किसको सुनाए* इस समय चरितार्थ है।